"तय्यब जी अब्बास": अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) ('तय्यब जी अब्बास बंबई के प्रसिद्ध तय्यब जी खानदान मे...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{भारतकोश पर बने लेख}} | |||
तय्यब जी अब्बास बंबई के प्रसिद्ध तय्यब जी खानदान में पैदा हुए थे। पहले बड़ौदा में जज रहे, फिर रिटायर होने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। सन् १९२१ ई० में दाढ़वार फायरिग को जाँच के लिये कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा नियुक्त कमेटी के आप अध्यक्ष थे। अप्रैल, १९३० ई० में जो मशहूर डांडीमार्च गांधी जी ने किया था ओर नमक का कानून तोड़ा था, उसमें अब्बास तय्यब जी भी उनके साथ थे और यह तय हुआ कि गाँधी जी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस की बागडोर आप सँभालेंगें। आपका समूचा परिवार भारतीय राष्ट्र का सेवक रहा है। भारत के राष्ट्रीय मुस्लिम घरानों में तय्यब जी का घराना अग्रणी रहा है। | तय्यब जी अब्बास बंबई के प्रसिद्ध तय्यब जी खानदान में पैदा हुए थे। पहले बड़ौदा में जज रहे, फिर रिटायर होने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। सन् १९२१ ई० में दाढ़वार फायरिग को जाँच के लिये कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा नियुक्त कमेटी के आप अध्यक्ष थे। अप्रैल, १९३० ई० में जो मशहूर डांडीमार्च गांधी जी ने किया था ओर नमक का कानून तोड़ा था, उसमें अब्बास तय्यब जी भी उनके साथ थे और यह तय हुआ कि गाँधी जी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस की बागडोर आप सँभालेंगें। आपका समूचा परिवार भारतीय राष्ट्र का सेवक रहा है। भारत के राष्ट्रीय मुस्लिम घरानों में तय्यब जी का घराना अग्रणी रहा है। | ||
०९:४६, २१ जुलाई २०१५ के समय का अवतरण
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
तय्यब जी अब्बास बंबई के प्रसिद्ध तय्यब जी खानदान में पैदा हुए थे। पहले बड़ौदा में जज रहे, फिर रिटायर होने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। सन् १९२१ ई० में दाढ़वार फायरिग को जाँच के लिये कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा नियुक्त कमेटी के आप अध्यक्ष थे। अप्रैल, १९३० ई० में जो मशहूर डांडीमार्च गांधी जी ने किया था ओर नमक का कानून तोड़ा था, उसमें अब्बास तय्यब जी भी उनके साथ थे और यह तय हुआ कि गाँधी जी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस की बागडोर आप सँभालेंगें। आपका समूचा परिवार भारतीय राष्ट्र का सेवक रहा है। भारत के राष्ट्रीय मुस्लिम घरानों में तय्यब जी का घराना अग्रणी रहा है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ