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अगस्त लियोपोल्ड क्रेल
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 221 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
अगस्त लियोपोल्ड क्रेल (1780-1855 ई.) जर्मन गणितज्ञ। 17 मार्च, 1780 ई. को ऐशवर्डर (क्रीज़ेन) में जन्म। इसकी अनेक बातों में रुचि थी और उसमें संघटन की अद्भुत क्षमता थी। उसने यथार्थविज्ञान के विकास के लिये बहुत कार्य किया। व्यावसायिक रूप से वह सिविल इंजीनियर था और उसने जर्मनी के प्रथम रेलमार्ग का निर्माण किया था किंतु उसकी रु चि शिक्षाविषयक बातों में अधिक थी। जिस तकनीकी संस्था में वह काम करता था उसे उसने 1828 ई. में छोड़ दिया और जनशिक्षा विभाग में काम करने लगा। उसने गणितविषयक अनेक शोध निबंध लिखे किंतु गणित को उसकी महत्वपूर्ण देन एक गणित संबंधी पत्रिका है जो आगे चलकर ‘क्रेल्स जर्नल’ के नाम से प्रख्यात हुई। इसके माध्यम से उसने अनेक गण्तिज्ञों को प्रोत्साहित किया। यदि उसने प्रोत्साहित न किया होता तो सुविख्यात गणितज्ञ अवेल की प्रमुख कृति कदाचित कभी न पूरी होती और न प्रकाशित । 1838-40 ई. में बर्लिन पॉट्सडैम रेलवे का निर्माण उसी की योजना के अनुसार हुआ। क्रेल की मृत्यु 6 अक्तूबर, 1855 ई. में बर्लिन में हुई।
टीका टिप्पणी और संदर्भ