"जोधपुर" के अवतरणों में अंतर

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
('जोधपुर भूतपूर्व राजपूताना का एक राज्य था। इसका क्षे...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति ९: पंक्ति ९:
 
[[Category:नया पन्ना]]
 
[[Category:नया पन्ना]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 +
[[Category:हिन्दी_विश्वकोश]]

११:१९, १९ अगस्त २०११ के समय का अवतरण

जोधपुर भूतपूर्व राजपूताना का एक राज्य था। इसका क्षेत्रफल ३४,९६३ वर्ग मील था। पूर्व में अरावली की पहाड़ियाँ हैं। शेष क्षेत्र में रेत, बिखरी हुई पहाड़ियाँ तथा उत्तर-पश्चिम में थार का मरुस्थल है। लुनी यहाँ की प्रमुख नदी है। लिरली, गुहिया, एवं बंदी सहायक नदियाँ हैं। साँभर झील के अतिरिक्त दिदवाना और पचभद्रा के पास कुछ दलदल भी है। पश्चिम के मरुस्थलीय भाग की अपेक्षा पूर्व की ओर की मिट्टियाँ अधिक उपजाऊ हैं। गेहूँ, बाजरा, ज्वार, चना, मोथ और तिल यहाँ की प्रमुख उपज हैं। सूती, ऊनी कपड़े बुनना, पीतल एवं लोहे के बरतन बनाना, हाथीदाँत का काम तथा संगमरमर के खिलौने बनाना यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। यहाँ एक महाविद्यालय, संस्कृत स्कूल तथा अन्य कई स्कूल हैं।

नगर

राजस्थान के जोधपुर जिले का नगर है। राव जोधों ने इसे स्थापित (१४५९ ई.) किया था। नगर के चारों ओर एक भारी दीवार एवं कई दरवाजे हैं। जनसंख्या में हिंदू, मुसलमान और जैन प्रधान हैं। यह व्यापारिक नगर है। सूती कपड़े रँगना, पीतल और लोहे के बरतन बनाना प्रमुख उद्योग हैं। यहाँ एक विश्वविद्यालय, कुछ महाविद्यालय तथा स्कूल हैं। संस्कृत, टेलीग्राफी और भूसर्वेक्षण की तीन संस्थाएँ भी यहाँ हैं।

टीका टिप्पणी और संदर्भ