करमान
करमान
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 417 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1975 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | उजागर सिंह |
- करमान (प्राचीन करमेनिया) बलूचिस्तान (पाकिस्तान) के पश्चिम एक प्रदेश है जिसमें पूर्वी ईरान के मकरान तथा बलूचिस्तान के प्रदेश सम्मिलित हैं।
- संपूर्ण प्रदेश उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व जानेवाली पर्वतश्रेणियों से घिरा हुआ है जिसके उत्तर में कुहरुड की श्रेणियाँ मिलती हैं।
- इनकी अधिकतम ऊँचाई १५,००० फुट है।
- दक्षिण की पर्वतश्रेणियाँ अपेक्षाकृत कम ऊँची हैं, परंतु वर्ष के अधिकांश भाग तक इन श्रेणियों की चोटियों पर बर्फ जमी रहती है।
- करमान में कोई महत्वपूर्ण नदी नहीं है।
- करमान का उत्तरी तथा उत्तरपूर्वी भाग पूर्वत: रेगिस्तान है जिसमें वनस्पति नाम मात्र को नहीं मिलती।
- यहाँ की जलवायु बहुत ठंडी है, परंतु कुछ प्रदेशों तथा घाटियों में सिंचाई द्वारा गेहूँ, जौ, खजूर, पोस्ता आदि उगाते हैं।
- भेड़, बकरी चराना मुख्य उद्यम है और बकरियों के बाल से, जिसे 'कुर्क' कहते हैं, शाल तैयार किए जाते हैं।
- ये शाल इस स्थान के नाम से प्रसिद्ध हैं।
- अधिकतर निवासी ईरानी हैं, परंतु यायावर जातियों में अरब, तुर्क और कुर्द लोगों की संख्या अधिक है।
- प्रदेश का कुल क्षेत्रफल ६५,००० वर्ग मील, और जनसंख्या १९६६ में, ७,७३,६६९ थी।
- करमान यहाँ की राजधानी तथा बंदर अब्बास यहाँ का बंदरगाह है।
- करमान नगर (राजधानी) की जनसंख्या १९६६ में १,१८,३४४ थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ