चंदेरी

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  • चंदेरी बुंदेलखंड और मालवा की सीमा पर स्थित नगर।
  • इसे चित्तौड़ के राणा साँगा ने सुलतान महमूद खिलजी से जीतकर अपने अधिकार में कर लिया था।
  • लगभग सन्‌ १५२७ में मेदिनीराय नाम के एक राजपूत सरदार ने, जब अवध को छोड़ सभी प्रदेशों पर मुगल सम्राट् बाबर का प्रभुत्व स्थापित हो चुका था, चंदेरी में अपनी शक्ति स्थापित की। फिर पूरनमल जाट ने इसे जीता।
  • अंत में शेरशाह ने आक्रमण किया। लंबे घेरे के बाद भी किला हाथ न आया तो संधि प्रस्ताव किया जिसमें पूरनमल का सामान सहित सकुशल किला छोड़कर चले जाने का आश्वासन था।
  • किंतु नीचे उतर आने पर शेरशाह ने कत्लेआम की आज्ञा दी और भयंकर मारकाट के बाद किले को जीत लिया।


टीका टिप्पणी और संदर्भ