"चंपक" के अवतरणों में अंतर

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
(' चंपक (Michelia champaca) अथवा सोनचंपा, मैगनोलिएसिई (Magnoliaceae) कुल का...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति १: पंक्ति १:
 
 
 
 
चंपक (Michelia champaca) अथवा सोनचंपा, मैगनोलिएसिई (Magnoliaceae) कुल का पौधा है। माइचीलिया (चंपक) वर्ग के पौधे दक्षिण-पूर्वी एशिया (भारत, चीन तथा मलाया द्वीपसमूह) में पाए जाते हैं।
 
चंपक (Michelia champaca) अथवा सोनचंपा, मैगनोलिएसिई (Magnoliaceae) कुल का पौधा है। माइचीलिया (चंपक) वर्ग के पौधे दक्षिण-पूर्वी एशिया (भारत, चीन तथा मलाया द्वीपसमूह) में पाए जाते हैं।
  
पंक्ति ११: पंक्ति ८:
  
 
[[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
 
[[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
[[Category:भूगोल]][[Category:पेड ]]
+
[[Category:भूगोल]]
 +
[[Category:पेड़]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

१२:११, २७ जुलाई २०१५ का अवतरण

चंपक (Michelia champaca) अथवा सोनचंपा, मैगनोलिएसिई (Magnoliaceae) कुल का पौधा है। माइचीलिया (चंपक) वर्ग के पौधे दक्षिण-पूर्वी एशिया (भारत, चीन तथा मलाया द्वीपसमूह) में पाए जाते हैं।

चंपक का पेड़ आठ से लेकर दस मीटर तक ऊँचा होता है और इसका फूल सुनहले रंग का तथा सुगंधयुक्त होता है। ये पौधे बगीचों में सुगंध के लिये लगाए जाते हैं। चंपे का इत्र इसी के फूलों से बनाया जाता है। असम प्रदेश में चंपक की पत्तियाँ रेशम के कीड़ों को खिलाई जाती हैं और उन कीड़ों से 'चंपा रेशम' निकालते हैं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ