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ताडिपत्रि भारत के आंध्र राज्य में अनंतपुरम जिले में पेन्नारु नदी पर स्थित एक प्रसिद्ध नगर है। अनंतपुरम से उत्तर-पूर्व इसकी दूरी ३१ मील है। आँध्र प्रदेश के निर्माण के पूर्व यह नगर मद्रास राज्य में था। यह एक व्यापारिक केंद्र है। यहाँ रेशम और सूती वस्त्रों का व्यवसाय होता है। यहाँ कपास से बिनौला निकालने, मूँगफली के कारखाने तथा फलों को सुरक्षित डिब्बों में बंद करने के उद्योग हैं। १५वीं शताब्दी के निर्मित दर्शनीय द्रविड़ मंदिर यहाँ हैं। इस नगर के समीप ही बेराइट तथा स्टियटाइट की खानें हैं। यहाँ पर मंदिरों में तीर्थयात्री आते हैं। वास्तुकला की दृष्टि से इन मंदिरों का विशेष महत्व है।
 
ताडिपत्रि भारत के आंध्र राज्य में अनंतपुरम जिले में पेन्नारु नदी पर स्थित एक प्रसिद्ध नगर है। अनंतपुरम से उत्तर-पूर्व इसकी दूरी ३१ मील है। आँध्र प्रदेश के निर्माण के पूर्व यह नगर मद्रास राज्य में था। यह एक व्यापारिक केंद्र है। यहाँ रेशम और सूती वस्त्रों का व्यवसाय होता है। यहाँ कपास से बिनौला निकालने, मूँगफली के कारखाने तथा फलों को सुरक्षित डिब्बों में बंद करने के उद्योग हैं। १५वीं शताब्दी के निर्मित दर्शनीय द्रविड़ मंदिर यहाँ हैं। इस नगर के समीप ही बेराइट तथा स्टियटाइट की खानें हैं। यहाँ पर मंदिरों में तीर्थयात्री आते हैं। वास्तुकला की दृष्टि से इन मंदिरों का विशेष महत्व है।
  

११:२२, २१ जुलाई २०१५ के समय का अवतरण

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ताडिपत्रि भारत के आंध्र राज्य में अनंतपुरम जिले में पेन्नारु नदी पर स्थित एक प्रसिद्ध नगर है। अनंतपुरम से उत्तर-पूर्व इसकी दूरी ३१ मील है। आँध्र प्रदेश के निर्माण के पूर्व यह नगर मद्रास राज्य में था। यह एक व्यापारिक केंद्र है। यहाँ रेशम और सूती वस्त्रों का व्यवसाय होता है। यहाँ कपास से बिनौला निकालने, मूँगफली के कारखाने तथा फलों को सुरक्षित डिब्बों में बंद करने के उद्योग हैं। १५वीं शताब्दी के निर्मित दर्शनीय द्रविड़ मंदिर यहाँ हैं। इस नगर के समीप ही बेराइट तथा स्टियटाइट की खानें हैं। यहाँ पर मंदिरों में तीर्थयात्री आते हैं। वास्तुकला की दृष्टि से इन मंदिरों का विशेष महत्व है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ