अंसारी, मुख्तार अहमद
अंसारी, मुख्तार अहमद
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 62 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1973 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | रजिया सज्जाद जहीर। |
अंसारी, मुख्तार अहमद (1880-1930 ई.), यूसुफपुर, जिला गाजीपुर में पैदा हुए। प्रारंभ की शिक्षा गाजीपुर और उच्च शिक्षा देहली में हुई। सन् 1891 ई. से लेकर 1896 ई. तक मद्रास मेडिकल कॉलेज में डाक्टरी की शिक्षा ली, फिर विलायत गए। लंदन में चेरिंग क्रास अस्पताल से संबद्ध हुए। आप पहले हिंदुस्तानी थे जिसको चेरिंग क्रास अस्पताल में काम करने का अवसर दिया गया था। सन् 1912 ई. में ये रेडक्रास मिशन के साथ बालकन गए, फिर स्वदेश लौटकर कांग्रेस में शामिल हो गए और स्वतंत्रता के आंदोलन में हिस्सा लेने लगे। सन् 1927 ई. में 42वें कांग्रेस अधिवेशन के सभापति हुए जिसकी बैठक मद्रास में हुई थी। इस अधिवेशन के अवसर पर अध्यक्ष पद से बोलते हुए इन्होंने हिंदू-मुस्लिम-एकता पर विशेष बल दिया था। 1928 ई. में लखनऊ में होने वाले सर्वदलीय सम्मेलन का इन्होंने सभापतित्व किया था। उसमें डोमीनियन स्टेटस के संबंध में प्रस्तुत मोतीलाल नेहरू रिपोर्ट पास कर अंग्रेज सरकार की भारतीय सम्मिलित माँग की चुनौती स्वीकार की गई थी। उसी सम्मेलन में पूर्ण स्वराज्य का एक प्रस्ताव भी पास हुआ था जिसके विशेष समर्थक जवाहरलाल नेहरू और सुभाषचंद्र बोस थे। डॉ. अंसारी अत्यंत सुसंस्कृत व्यक्ति थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ