ईलियन

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
लेख सूचना
ईलियन
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2
पृष्ठ संख्या 38
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक स्वरगीय भोलानाथ शर्मा

ईलियन (अथवा ईलियानुस्‌ ताक्तिकुस्‌) ईसवी सन्‌ की द्वितीय शताब्दी का एक यूनानी विद्धान्‌ जो रोम में रहता था और जिसने युद्धविद्या के सिद्धांत (ताक्तिके थियोरिया) नामक ग्रंथ की रचना की थी। यह ग्रंथ हाद्रियान्‌ अथवा त्राजान नामक रोमन सम्राट् को समर्पित किया गया था। इसमें व्यायाम और युद्ध संबंधी उन सिद्धांतों का प्रतिपादन किया गया है जो सिकंदर के ग्रीक उत्तराधिकारियों द्वारा व्यवहृत होते थे। इस ग्रंथ में पूर्वाचार्यों के मतों का विवेचनात्मक वर्णन और व्यायाम संबंधी सूक्ष्म विवरण मिलता है। इसका अनुवाद अरबी में भी हुआ और अरबों के ऊपर इसका पर्याप्त प्रभाव पड़ा। स्पेन और हालैंड की १6वीं शताब्दी की युद्धविद्या पर भी इस रचना का प्रभाव दृष्टिगोचर होता है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ