कौंडिन्य
कौंडिन्य
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 193 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | पद्मा उपाध्याय |
कौंडिन्य मलय प्रायद्वीप में ईसा की प्रथम शताब्दी में हिंदू राज्य कंबुज की स्थापना करनेवाला भारतीय जिसे इंद्रप्रस्थ के राजा आदित्यसेन का पुत्र बताया जाता है। अनुश्रुति है कि कौंडिन्य को स्वप्न में किसी देवता ने धनुष देकर समुद्रयात्रा के लिये प्रेरित किया था। इस प्रेरणा के अनुसार वह जहाज द्वारा फूनान पहुँचा तथा वहाँ की शासिका नागराजकन्या सोमा से विवाह कर उसने उसे एवं उसकी प्रजा को वस्त्रधारण करना सिखाया। यह भी अनुश्रुति है कि कौंडिन्य ने उस देश में पहुँचकर एक भाला गाड़ दिया, जो उसे द्रोणपुत्र अश्वत्थामा द्वारा प्राप्त हुआ था। तब वहाँ उसने राज्य की स्थापना की। उसके वंशजों के शासनकाल में कुंबजराज्य खूब फला फूला एवं भारतीय संस्कृति का केंद्र बन गया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ