लार्ड विक्टर अलेक्जैंडर ब्रूस एलगिन
लार्ड विक्टर अलेक्जैंडर ब्रूस एलगिन
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 249 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | कैलासचंद्र शर्मा |
एलगिन, लार्ड विक्टर अलेक्जैंडर ब्रूस (1849-1917) एलगिन के नौवें तथा किनकारडाइन के 13 वे अर्ल। मौंट्रियल नामक नगर में सन् 1849 ई. में इनका जन्म हुआ। इनके पिता लार्ड एलगिन जेम्स ब्रूस एलगिन के आठवें तथा किनकारडाइन के 12वें अर्ल थे और 1861 ई. में भारत के गर्वनर जनरल नियुक्त हुए थे। लेकिन एक वर्ष बाद ही पंजाब में धर्मशाला नामक स्थान पर उनका देहांत हो गया था।
लार्ड विक्टर अलेक्ज़ैडर ब्रूस एलगिन ने ईटन तथा बैलियन कालेज, आक्सफ़र्ड में शिक्षा प्राप्त की और इंग्लैंड की लिबरल पार्टी के सदस्य होकर राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने लगे। 1893 ई. में ये भारत के वायसराय बनाए गए और 1898 ई. तक इस पद पर रहे। इनमें कोई महान् व्यक्तिगत गुण अथवा प्रतिभा न थी। अत: अपने शासनकाल के दौरान भारत में ये कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं कर पाए। 1905 से 1908 ई. तक ये इंग्लैंड में औपनिवेशिक मामलों के सचिव रहे। 1917 ई में इनका निधन हो गया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ