लियोपोल्ड क्रोनेकर
लियोपोल्ड क्रोनेकर
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 223 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्रीमति रत्नकुमारी |
लियोपोल्ड क्रोनेकर (Kronecker, Leopold) (1823-1891ई.), जर्मन गणितज्ञ। जन्म 7 दिसंबर, 1823 ई. को लाइग्रिट्ज में और शिक्षा बर्लिन एवं ब्रेसलाओं में हुई। 1844 ई0 से 1855 ई. तक व्यापार एवं संपत्ति की देखभाल में व्यस्त रहने पर भी इन्होंने गणित का अध्ययन जारी रखा। तदुपरांत ये बर्लिन चले गए और 1861 ई. से बर्लिन विश्वविद्यालय में प्राध्यापक हो गए। गणित को इनकी सबसे महान् देन है, अपूर्व मापांकों की सहायता से संख्याओं के सिद्धांतों और बीजगणित में स्थापित सुंदर संबंध। इनका विचार सर्वदा यह रहा कि भिन्नात्मक और अपरिमेय राशियों का आधार केवल पूर्ण संख्याएं हैं। 1890-91 ई. में संख्यात्मक गुणकवाले बीजीय समीकरण के एक सिद्धांत का इन्होंने अन्वेषण किया, परंतु इसके प्रकाशन के पूर्व ही, 29 दिसंबर, 1891 ई. को इनकी मृत्यु हो गई।
टीका टिप्पणी और संदर्भ