"नगर कोइल": अवतरणों में अंतर
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8° 10' उत्तरी अक्षांश 77° 27' पूर्वी देशांतर। | 8° 10' उत्तरी अक्षांश 77° 27' पूर्वी देशांतर। नगर कोइल भारत में मद्रास राज्य के कन्याकुमारी जिले में तिरुवनंतपुरम् से 40 मील दक्षिण-पूर्व में स्थित प्रसिद्ध नगर है। | ||
==उद्योग== | ==उद्योग== | ||
यहाँ पर नारियल की जटा से चटाई तथा रस्से बनते हैं। खजूर एवं गरी की उपज निकटवर्ती क्षेत्र में अधिक होती है। यहाँ ताड़गुड़, चीनी और विद्युत् का सामान बनाया जाता है। इस नगर के समीप ही मोनेज़ाइट और इल्मेनाइट खनिज मिलते हैं। यहाँ पर शराब बनाने का भी उद्योग विकसित है। बनाई कला की शिक्षा के लिए स्कूल भी है। यहाँ नवीं शताब्दी के जैन मंदिरों के खंडहर हैं जिनका वास्तुकला की दृष्टि से विशेष महत्व है। | यहाँ पर नारियल की जटा से चटाई तथा रस्से बनते हैं। खजूर एवं गरी की उपज निकटवर्ती क्षेत्र में अधिक होती है। यहाँ ताड़गुड़, चीनी और विद्युत् का सामान बनाया जाता है। इस नगर के समीप ही मोनेज़ाइट और इल्मेनाइट खनिज मिलते हैं। यहाँ पर शराब बनाने का भी उद्योग विकसित है। बनाई कला की शिक्षा के लिए स्कूल भी है। यहाँ नवीं शताब्दी के जैन मंदिरों के खंडहर हैं जिनका वास्तुकला की दृष्टि से विशेष महत्व है। | ||
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१२:०७, ३० जुलाई २०१५ के समय का अवतरण
स्थिति
8° 10' उत्तरी अक्षांश 77° 27' पूर्वी देशांतर। नगर कोइल भारत में मद्रास राज्य के कन्याकुमारी जिले में तिरुवनंतपुरम् से 40 मील दक्षिण-पूर्व में स्थित प्रसिद्ध नगर है।
उद्योग
यहाँ पर नारियल की जटा से चटाई तथा रस्से बनते हैं। खजूर एवं गरी की उपज निकटवर्ती क्षेत्र में अधिक होती है। यहाँ ताड़गुड़, चीनी और विद्युत् का सामान बनाया जाता है। इस नगर के समीप ही मोनेज़ाइट और इल्मेनाइट खनिज मिलते हैं। यहाँ पर शराब बनाने का भी उद्योग विकसित है। बनाई कला की शिक्षा के लिए स्कूल भी है। यहाँ नवीं शताब्दी के जैन मंदिरों के खंडहर हैं जिनका वास्तुकला की दृष्टि से विशेष महत्व है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ