"अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम": अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) (''''अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम''' विश्व बैंक के क्रियाक...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{भारतकोश पर बने लेख}} | |||
'''अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम''' विश्व बैंक के क्रियाकलापों में अपना सहयोग देता है। इसकी स्थापना 1956 ई. में की गई थी। | '''अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम''' विश्व बैंक के क्रियाकलापों में अपना सहयोग देता है। इसकी स्थापना 1956 ई. में की गई थी। | ||
*यह वित्त निगम विश्व बैंक से संबद्ध है, जिसके लिय 92 देशों ने धन जुटाया है। | *यह वित्त निगम विश्व बैंक से संबद्ध है, जिसके लिय 92 देशों ने धन जुटाया है। | ||
*यह विश्व बैंक के क्रियाकलापों में सहयोग देता है ताकि कम विकसित सदस्य देशों में उत्पादनशील निजी उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जा सके। | *यह विश्व बैंक के क्रियाकलापों में सहयोग देता है ताकि कम विकसित सदस्य देशों में उत्पादनशील निजी उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जा सके। | ||
*अंतर्राष्ट्रीय निगम निजी कंपनियों के पूँजीभाग के लिए अभिदान देता है तथा दीर्घकालीन ऋण की व्यवस्था करता है। | *अंतर्राष्ट्रीय निगम निजी कंपनियों के पूँजीभाग के लिए अभिदान देता है तथा दीर्घकालीन ऋण की व्यवस्था करता है। |
१०:५१, १८ मई २०१८ के समय का अवतरण
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम विश्व बैंक के क्रियाकलापों में अपना सहयोग देता है। इसकी स्थापना 1956 ई. में की गई थी।
- यह वित्त निगम विश्व बैंक से संबद्ध है, जिसके लिय 92 देशों ने धन जुटाया है।
- यह विश्व बैंक के क्रियाकलापों में सहयोग देता है ताकि कम विकसित सदस्य देशों में उत्पादनशील निजी उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जा सके।
- अंतर्राष्ट्रीय निगम निजी कंपनियों के पूँजीभाग के लिए अभिदान देता है तथा दीर्घकालीन ऋण की व्यवस्था करता है।
- कभी-कभी अभिदान और ऋण दोनों ही रूपों में यह सहायता करता है।
- नवस्थापित उद्योगों की सहायता के विस्तार, विकास आदि में भी धन देकर मदद करता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ