"कुंजर भारती": अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) No edit summary |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के ६ अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
*कुंजर भारती ( | {{भारतकोश पर बने लेख}} | ||
*कुंजर भारती (1810-1896 ई.) तमिल के विख्यात कवि। | |||
*ये सुब्रह्मण्यम भारती के पुत्र थे। शिवगंगा के राजा गौरीवल्लभ के सभास्थान विद्वान थे। | *ये सुब्रह्मण्यम भारती के पुत्र थे। शिवगंगा के राजा गौरीवल्लभ के सभास्थान विद्वान थे। | ||
*उन्होंने इन्हें कवि कुंजर की उपाधि प्रदान की थी। | *उन्होंने इन्हें कवि कुंजर की उपाधि प्रदान की थी। |
१५:२०, २९ सितम्बर २०११ के समय का अवतरण
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
- कुंजर भारती (1810-1896 ई.) तमिल के विख्यात कवि।
- ये सुब्रह्मण्यम भारती के पुत्र थे। शिवगंगा के राजा गौरीवल्लभ के सभास्थान विद्वान थे।
- उन्होंने इन्हें कवि कुंजर की उपाधि प्रदान की थी।
- इनकी ख्याति मधुर पदावली और सुंदर कल्पना के लिए है।
- रूकंदपुराण कीर्तन, पेरिंब कीर्तनैगल और अझगर कुरवंजी इनकी विख्यात रचनाएँ हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ