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आरिस्तीदिज ईलियस
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 423 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | भोलानाथ शर्मा |
आरिस्तीदिज् ईलियस् (117 या 129 से 189 ई. तक) यूनानी वाक्कलाविद (रेतोरीशियन) और शिक्षक। इन्होंने पेगमिम् और एथेंस में शिक्षा पाई। मिस्र की यात्रा के उपरांत इन्होंने लघु एशिया और रोम में शिक्षणकार्य किया। इनके व्याख्यान, पत्र और गद्यस्तुतियां अत्तिक शैली (एथेंस के श्रेष्ठ युग की शैली) के अनुकरण पर रची गई थीं। इस शैली में इनकी 55 रचनाएँ उपलब्ध हैं। वाक्कलासंबंधी जिन रचनाओं को पहले इनकी कृति माना जाता था, अब वे अन्य लेखकों की रचानाएँ सिद्ध हो चुकी हैं, पर इनकी प्रामाणिक रचनाएँ भी वाक्यसंघटन, आलंकारिकता एवं भावाभिव्यंजन की दृष्टि से श्लाघ्य हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ