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केरिंच
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 119 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | न. कि. सिं. |
केरिंच सुमात्रा के बारीसान पर्वत का सर्वोच्च ज्वालामुखीय शिखर जिसकी ऊँचाई 12,484 फुट है। इसे इंद्रपुर शिखर भी कहते हैं। यह सुमात्रा के पश्चिमी तट पर पादांग (Padang) नामक नगर के दक्षिणपूर्व स्थित है। इस द्वीप के अन्य ज्वालामुखियों की तरह केरिंचि का निर्माण भी तुरीय (क्वाटरनरी) युग में हुआ। यह अभी सुप्तावस्था में है। इसके शिखर पर एक गहरी ज्वालामुखी झील है जिसका नाम भी केरिंचि है। इसके चारों ओर का क्षेत्र हल्के टफ़ (Tuff) चट्टानों से निर्मित है। यहाँ भूकंप अधिक होता है। सुमात्रा की सबसे बड़ी तथा रमणीय नदी जांबी इसी पर्वत से निकलकर पूर्व की ओर प्रवाहित होती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ