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एर्जगेबिर्ग एर्टसगेबिर्ग
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 247 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | लेखराज सिंह |
एर्ट्सगेबिर्ग, एर्जगेबिर्ग यह जर्मनी में सैक्सनी तथा चेकोस्लावाकिया में बोहीमिया के बीच में प्राय: 100 मील लंबी तथा 25 मील चौड़ी पर्वतश्रेणी है। इसकी औसत ऊँचाई 2,500 फु. तथा अधिकतम ऊँचाई 4,060 फु. (कीलबर्ग शिखर) है। यहाँ शीतकाल में खूब बर्फ गिरती है; परंतु ग्रीष्मकाल अत्यंत सुरम्य होता है। अत: किप्सडॉर्फ, बेरेनफ़ेल्स तथा ओवरवी सेंथाल जैसे सुंदर भ्रमणकेंद्रों ने इसे चार चाँद लगा दिए हैं। बोहीमिया का सर्वोच्च नगर गोटेसगाव इसी श्रेणी पर कीलबर्ग तथा फ़िचेलबर्ग के बीच 3,300 फु. की ऊँचाई पर अवस्थित है। इसकी भूगर्भिक संरचना में नाइस, अभ्रक तथा फ्ऱाइलाइट की विशेषता है। एर्ट् सगेबिर्ग ('धातुओं का पर्वत') के नाम के अनुसार ही इसमें चाँदी सीसा, ताँबा, टीन, कोबल्ट निकल तथा कच्चे लोहे के भांडार मिलते हैं। आजकल यहाँ रूसी लोग यूरेनियम के लिए खुदाई कर रहे हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ