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'''गटिंगन''' (नगर)<ref>स्थिति : 510 32’ उत्तरी अक्षांस तथा 90 56’ पूर्वी देशांत</ref>) पश्चिमी जर्मनी के हैनोवर देश के भूतपूर्व प्रसिया प्रांत का प्राचीन नगर जो लीन नदी पर हैनोवर से 67 मील दक्षिण रेलमार्ग पर स्थित है। 950 ई० में यह नगर गाडिंग या गाटिंगी नाम का एक गाँव था। धीरे धीरे उन्नति करता हुआ यह औद्योगिक एवं शैक्षणिक केंद्र हो गया है। यहाँ चश्मा तथा दर्शक यंत्र, मशीन, विद्युत्‌ संबंधी सामान, ऐल्युमीनियम धुएँ, औद्योगिक रासायनिक ओषधियाँ, सौंदर्यवर्धक वस्तुएँ, वस्र, कागज, फर्नीचर, मुद्रण सामग्री, शराब तथा स्पिरिट आदि बनाने के कारखाने हैं।
'''गटिंगन''' (नगर)<ref>स्थिति : 510 32’ उत्तरी अक्षांस तथा 90 56’ पूर्वी देशांत</ref> पश्चिमी जर्मनी के हैनोवर देश के भूतपूर्व प्रसिया प्रांत का प्राचीन नगर जो लीन नदी पर हैनोवर से 67 मील दक्षिण रेलमार्ग पर स्थित है। 950 ई० में यह नगर गाडिंग या गाटिंगी नाम का एक गाँव था। धीरे धीरे उन्नति करता हुआ यह औद्योगिक एवं शैक्षणिक केंद्र हो गया है। यहाँ चश्मा तथा दर्शक यंत्र, मशीन, विद्युत्‌ संबंधी सामान, ऐल्युमीनियम धुएँ, औद्योगिक रासायनिक ओषधियाँ, सौंदर्यवर्धक वस्तुएँ, वस्र, कागज, फर्नीचर, मुद्रण सामग्री, शराब तथा स्पिरिट आदि बनाने के कारखाने हैं।


यहाँ एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय के अतिरिक्त जर्मनी के आधुनिक साहित्य का सब से भरा पूरा संग्रह है जो प्राणिविज्ञान, नृतत्व विज्ञान तथा खनिज विज्ञान से संबंधित है। यहाँ प्रसिद्ध विज्ञान समिति है जो गटिंगिशे गेलेरटे आनट्साइजेन (Gottingische gelehrte Angeigen) का प्रकाशन करती है। प्राचीन भवनों में 14वीं शताब्दी का नगरभवन तथा १४वीं और १५वीं शताब्दी के गिरजाघर उल्लेखनीय हैं।  
यहाँ एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय के अतिरिक्त जर्मनी के आधुनिक साहित्य का सब से भरा पूरा संग्रह है जो प्राणिविज्ञान, नृतत्व विज्ञान तथा खनिज विज्ञान से संबंधित है। यहाँ प्रसिद्ध विज्ञान समिति है जो गटिंगिशे गेलेरटे आनट्साइजेन (Gottingische gelehrte Angeigen) का प्रकाशन करती है। प्राचीन भवनों में 14वीं शताब्दी का नगरभवन तथा 14वीं और 15वीं शताब्दी के गिरजाघर उल्लेखनीय हैं।  





१२:३१, २३ अप्रैल २०१७ के समय का अवतरण

लेख सूचना
गटिंगन
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3
पृष्ठ संख्या 354
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पांडेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1976 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक राजेंद्रप्रसाद सिंह

गटिंगन (नगर)[१] पश्चिमी जर्मनी के हैनोवर देश के भूतपूर्व प्रसिया प्रांत का प्राचीन नगर जो लीन नदी पर हैनोवर से 67 मील दक्षिण रेलमार्ग पर स्थित है। 950 ई० में यह नगर गाडिंग या गाटिंगी नाम का एक गाँव था। धीरे धीरे उन्नति करता हुआ यह औद्योगिक एवं शैक्षणिक केंद्र हो गया है। यहाँ चश्मा तथा दर्शक यंत्र, मशीन, विद्युत्‌ संबंधी सामान, ऐल्युमीनियम धुएँ, औद्योगिक रासायनिक ओषधियाँ, सौंदर्यवर्धक वस्तुएँ, वस्र, कागज, फर्नीचर, मुद्रण सामग्री, शराब तथा स्पिरिट आदि बनाने के कारखाने हैं।

यहाँ एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय के अतिरिक्त जर्मनी के आधुनिक साहित्य का सब से भरा पूरा संग्रह है जो प्राणिविज्ञान, नृतत्व विज्ञान तथा खनिज विज्ञान से संबंधित है। यहाँ प्रसिद्ध विज्ञान समिति है जो गटिंगिशे गेलेरटे आनट्साइजेन (Gottingische gelehrte Angeigen) का प्रकाशन करती है। प्राचीन भवनों में 14वीं शताब्दी का नगरभवन तथा 14वीं और 15वीं शताब्दी के गिरजाघर उल्लेखनीय हैं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. स्थिति : 510 32’ उत्तरी अक्षांस तथा 90 56’ पूर्वी देशांत