"कुंती जनपद": अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) ('*अवंति जनपद के निकट स्थित एक प्राचीन जनपद का नाम कुंत...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) छो (Adding category Category:महाभारत (Redirect Category:महाभारत resolved) (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
पंक्ति १३: | पंक्ति १३: | ||
[[Category:हिन्दी_विश्वकोश]] | [[Category:हिन्दी_विश्वकोश]] | ||
[[Category:नया पन्ना]] | [[Category:नया पन्ना]] | ||
[[Category:महाभारत]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
०८:१४, ११ अगस्त २०११ का अवतरण
- अवंति जनपद के निकट स्थित एक प्राचीन जनपद का नाम कुंती था।
- सहदेव के दक्षिण दिग्विजय के प्रसंग में कुंती जनपद का उल्लेख हुआ है।
- तदनुसार यमुना और चंबल के काँठे में इसकी अवस्थिति जान पड़ती है।
- कुंती की गणना पाँच बड़े जनपदों में होती थी।
- पारिणनि ने कुंति सुराष्ट्र युग्म नाम का उल्लेख किया है।
- प्रत्यक्षत: ये दोनों जनपद एक दूसरे से दूर थे।
- पारिणनि ने इस युग्म का उल्लेख राजनीतिक आधार पर किया है।
- कुंतिनरेश दंतवक्र को मारकर सुराष्ट्र (द्वारका) नरेश कृष्ण ने इसे अपने राज्य के अधीन कर लिया था।
- पांडवमाता कुंती के पिता इसी जनपद के शासक थे।
- समझा जाता है कि ग्वालियर जिले के अंतर्गत स्थित कोतवार नामक स्थान ही प्राचीन कुंती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ