"गोर्बातोव, बोरिस लेओंत्येविच": अवतरणों में अंतर

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
छो (Text replace - "१" to "1")
छो (Text replace - "२" to "2")
पंक्ति १: पंक्ति १:
*गोर्बातोव, बोरिस लेओन्त्येविच (.७.1९०८-२०.1.1९५४) रूसी लेखक।  
*गोर्बातोव, बोरिस लेओन्त्येविच (2.७.1९०८-2०.1.1९५४) रूसी लेखक।  
*साहित्यिक कार्य का आरंभ 1९२२ में हुआ। इनके अनेक उपन्यासों में मजदूरों के जीवन का वर्णन मिलता है।  
*साहित्यिक कार्य का आरंभ 1९22 में हुआ। इनके अनेक उपन्यासों में मजदूरों के जीवन का वर्णन मिलता है।  
*इनमें मुख्य हैं 'मेरी पीढ़ी' (1९३३), 'अलेक्सै गैदार' (1९५५) और 'दोनबास' (1९५1)।  
*इनमें मुख्य हैं 'मेरी पीढ़ी' (1९३३), 'अलेक्सै गैदार' (1९५५) और 'दोनबास' (1९५1)।  
*कई कृतियों में विगत महायुद्धकालीन सोवियत संघ की जनता के जीवन और संघर्ष का प्रतिबिंब मिलता है, जैसे 'योद्धा अलेक्सै कुलिकोव' (1९४२), 'एक दोस्त के लिये चिट्ठियाँ' (1९४२), 'अपराजित' (या 'तरास का परिवार') (1९४३)। 'साधारण आर्कटिका' नामक कहानी संग्रह में (1९३७) उन विशेषज्ञों के जीवन का चित्र दिया गया है जो ध्रुवों में काम करते हैं।  
*कई कृतियों में विगत महायुद्धकालीन सोवियत संघ की जनता के जीवन और संघर्ष का प्रतिबिंब मिलता है, जैसे 'योद्धा अलेक्सै कुलिकोव' (1९४2), 'एक दोस्त के लिये चिट्ठियाँ' (1९४2), 'अपराजित' (या 'तरास का परिवार') (1९४३)। 'साधारण आर्कटिका' नामक कहानी संग्रह में (1९३७) उन विशेषज्ञों के जीवन का चित्र दिया गया है जो ध्रुवों में काम करते हैं।  





०७:२०, १४ अगस्त २०११ का अवतरण

  • गोर्बातोव, बोरिस लेओन्त्येविच (2.७.1९०८-2०.1.1९५४) रूसी लेखक।
  • साहित्यिक कार्य का आरंभ 1९22 में हुआ। इनके अनेक उपन्यासों में मजदूरों के जीवन का वर्णन मिलता है।
  • इनमें मुख्य हैं 'मेरी पीढ़ी' (1९३३), 'अलेक्सै गैदार' (1९५५) और 'दोनबास' (1९५1)।
  • कई कृतियों में विगत महायुद्धकालीन सोवियत संघ की जनता के जीवन और संघर्ष का प्रतिबिंब मिलता है, जैसे 'योद्धा अलेक्सै कुलिकोव' (1९४2), 'एक दोस्त के लिये चिट्ठियाँ' (1९४2), 'अपराजित' (या 'तरास का परिवार') (1९४३)। 'साधारण आर्कटिका' नामक कहानी संग्रह में (1९३७) उन विशेषज्ञों के जीवन का चित्र दिया गया है जो ध्रुवों में काम करते हैं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ