"अक्कोरांबोनी वित्तोरिया": अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) ('{{लेख सूचना |पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |पृष्ठ स...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{भारतकोश पर बने लेख}} | |||
{{लेख सूचना | {{लेख सूचना | ||
|पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 | |पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
०८:०९, १९ मई २०१८ का अवतरण
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
अक्कोरांबोनी वित्तोरिया
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 67 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1973 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | सरोजनी चतुर्वेदी। |
अक्कोरांबोनी, वित्तोरिया (1557-1585) अपने सौंदर्य, गुणों और करुणा इतिहास के लिए प्रसिद्ध इटालियन महिला। 1573 में फ्रांसेस्को पेरेती से विवाह। रोम के अनेक गण्यमान्य पुरुष उसके प्रशंसक थे जिनमें ब्रासियानो का ड्यूक भी था। ड्यूक ने वित्तोरिया के भाई मार्सेलो के साथ मिलकर पेरेती की हत्या कर दी। शीघ्र ही विधवा वित्तोरिया और ड्यूक का विवाह हो गया। ड्यूक पर हत्या का संदेह हुआ। बचने के लिए नवदंपति वेनिस भाग गए। वहीं 1585 में ड्यूक की मृत्यु हो गई। उसकी अपार संपत्ति की स्वाभिमानी बनी वित्तोरिया। दुखिनी विधवा पादुआ में अपना जीवन बिताने लगी पर शीघ्र ही लुदविको ओरसिनो ने धन के लालच में उसका वध कर दिया।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ