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११:३०, १२ मार्च २०१३ का अवतरण
अगामेम्नान
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 72 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1973 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | औंकारनाथ उपाध्याय। |
अगामेम्नान होमरीय वीर जो संभवत ऐतिहासिक व्यक्ति था। इलियस में उसे यूनान के एकियाई और मिकीनी राज्यों का स्वामी कहा गया है। स्पार्ता में उसकी पूजा ज्यूस अगामेम्नान के नाम से होती थी। यह अत्रियस और इरोप का पुत्र और मेनेलास का भाई था। पिता की हत्या के बाद भाइयों ने स्पार्ता के राजा की शरण ली, फिर वहाँ के राजा की सहायता से अगामेम्नान ने पिता का राज्य पुन प्राप्त कर उसे बढ़ाया और ग्रीस में राजाओं में प्रधान बन गया। स्पार्ता के राजा तिंदेरस की कन्याएँ इन दोनों भाइयों से ब्याही थीं। पश्चात् मेनेलास तिंदेरस का उत्तराधिकारी हुआ और यह उसका सहायक। भाई के पत्नी हेलेन के त्राय के पेरिस द्वारा अपहरण के प्रतिकार में यूनानी राजाओं को निमंत्रित कर अगामेम्नान ने त्राय के युद्ध का नेतृत्व किया। त्राय विजय के बाद स्वदेश लौटने पर उसकी पत्नी के प्रेमी आगस्तस ने इसकी हत्या कर दी। उसकी कब्र मिकीनी के खंडहरों में दिखाई जाती है, जिसे त्राय का पुनरुद्धार करने वाले पुराविद् श्लीमान ने खोद निकाली थी। पर उस कब्र की सत्यता प्रमाणित नहीं। (ओं. ना. उ.)