"अग्रिकोला ग्यानस यूलियस": अवतरणों में अंतर

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
No edit summary
No edit summary
पंक्ति १: पंक्ति १:
{{भारतकोश पर बने लेख}}
{{लेख सूचना
{{लेख सूचना
|पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
|पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1

०९:४५, २० मई २०१८ का अवतरण

चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
लेख सूचना
अग्रिकोला ग्यानस यूलियस
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 78
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1973 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक औंकार नाथ उपाध्याय।

अग्रिकोला, ग्यानस यूलियस (37-93 ई.) रोमन जेनरल, इतिहासकार तासितस का श्वसुर। सिनेटर पिता की हत्या हो जाने पर मस्सीलिया में माता के संरक्षण में रहा। यहीं से सेना में नियुक्त ही ब्रिटेन गया। 61 ई. में स्वदेश लौटकर एक संभ्रांत महिला से विवाह किया। इसके बाद के काल में इसने 63 ई. से 70 ई. तक, एशिया में क्वेस्तर, त्रिब्यून, पीतर, और ब्रिटेन में 20वीं सेना के सेनापति पद तक उन्नति की। सात वर्ष वह ब्रिटेन का शासक रहा। इसी बीच उसने अपने प्रदेश का रोमनीकरण भी किया जो संदेह की दृष्टि से देखा गया और वापस बुलाकर उसे प्रोकाउंसल का पद दिया गया, पर उसने उसे लेने से इनकार कर अवकाश ग्रहण कर लिया। 93 ई. में उसकी मृत्यु संभवत विषपान द्वारा हुई।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध



टीका टिप्पणी और संदर्भ