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*कच्चा माल उन मूल द्रव्यों को कहते हैं जिनका उपयोग विधि शिल्पों में उत्पादन कार्य के लिए होता है।  
*कच्चा माल उन मूल द्रव्यों को कहते हैं जिनका उपयोग विधि शिल्पों में उत्पादन कार्य के लिए होता है।  
*उदाहरणार्थ, चीनी मिल के लिए गन्ना, वस्त्र उद्योग के लिए रुई, कागज बनाने के लिए बाँस, ईख की छोई तथा सन और लोहे के कारखानों के लिए कच्चा लोहा आदि कच्चा माल है।
*उदाहरणार्थ, चीनी मिल के लिए गन्ना, वस्त्र उद्योग के लिए रुई, कागज बनाने के लिए बाँस, ईख की छोई तथा सन और लोहे के कारखानों के लिए कच्चा लोहा आदि कच्चा माल है।

१२:३१, २१ फ़रवरी २०१४ के समय का अवतरण

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  • कच्चा माल उन मूल द्रव्यों को कहते हैं जिनका उपयोग विधि शिल्पों में उत्पादन कार्य के लिए होता है।
  • उदाहरणार्थ, चीनी मिल के लिए गन्ना, वस्त्र उद्योग के लिए रुई, कागज बनाने के लिए बाँस, ईख की छोई तथा सन और लोहे के कारखानों के लिए कच्चा लोहा आदि कच्चा माल है।
  • औद्योगिक दृष्टि से यूरोप के विकसित पूँजीवादी देशों को कच्चे माल की आवश्यकता पड़ी तो उन्होंने संसार के अन्य महाद्वीपों में अपने अनेक उपनिवेश स्थापित किए और वहाँ के कच्चे माल से विविध वस्तुएँ तैयार करके उन्हें पुन: उन्हीं के देशों में खपाया तथा अकल्पित लाभ प्राप्त किया।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

“खण्ड 2”, हिन्दी विश्वकोश, 1975 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी, 362।