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*विक्टर गोल्डश्मिट (Goldschmidt. Victor, सन्‌ १८५३-१९३३), जर्मन मणिभ वैज्ञानिक का जन्म राइन नदी के किनारे बसे माइंट्स (Mainz) नगर में हुआ था।  
*विक्टर गोल्डश्मिट (Goldschmidt. Victor, सन्‌ १८५3-१९33), जर्मन मणिभ वैज्ञानिक का जन्म राइन नदी के किनारे बसे माइंट्स (Mainz) नगर में हुआ था।  
*इन्होंने खनिज विज्ञान का अध्ययन फ्राइबर्ग के खनिज विद्यालय में आरंभ कर म्युनिक, हाइडेलबर्ग तथा वियेना में पूरा किया।
*इन्होंने खनिज विज्ञान का अध्ययन फ्राइबर्ग के खनिज विद्यालय में आरंभ कर म्युनिक, हाइडेलबर्ग तथा वियेना में पूरा किया।
*इन्होने मणिभों के संबंध में महत्व के अन्वेषण किए और कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखीं, जिनमें तीन खंडों में लिखी ''मणिभों के रूपों की अनुक्रमणिका (Index der krystall formen)'' तथा नौ खंडों में प्रकाशित ''मणिभ रूपों की मानचित्रावली (Atlas ser krystalo formen)'' मुख्य हैं।
*इन्होने मणिभों के संबंध में महत्व के अन्वेषण किए और कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखीं, जिनमें तीन खंडों में लिखी ''मणिभों के रूपों की अनुक्रमणिका (Index der krystall formen)'' तथा नौ खंडों में प्रकाशित ''मणिभ रूपों की मानचित्रावली (Atlas ser krystalo formen)'' मुख्य हैं।

०७:०३, १८ अगस्त २०११ का अवतरण

  • विक्टर गोल्डश्मिट (Goldschmidt. Victor, सन्‌ १८५3-१९33), जर्मन मणिभ वैज्ञानिक का जन्म राइन नदी के किनारे बसे माइंट्स (Mainz) नगर में हुआ था।
  • इन्होंने खनिज विज्ञान का अध्ययन फ्राइबर्ग के खनिज विद्यालय में आरंभ कर म्युनिक, हाइडेलबर्ग तथा वियेना में पूरा किया।
  • इन्होने मणिभों के संबंध में महत्व के अन्वेषण किए और कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखीं, जिनमें तीन खंडों में लिखी मणिभों के रूपों की अनुक्रमणिका (Index der krystall formen) तथा नौ खंडों में प्रकाशित मणिभ रूपों की मानचित्रावली (Atlas ser krystalo formen) मुख्य हैं।



टीका टिप्पणी और संदर्भ