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*कीर्तिपुर मूलत: नेवार राजवंश की राजधानी था। | *कीर्तिपुर मूलत: नेवार राजवंश की राजधानी था। | ||
*कीर्तिपुर | *कीर्तिपुर 1७६5 ई. में गोरखा नरेश पृथ्वीनारायण देव ने नरेश को हराकर इस नगर पर अधिकार कर लिया और पराजित नेवार जाति के सभी स्त्री-पुरुषों की नाकें काट डाली गयीं। | ||
*इस कारण कीर्तिपुर नगर को नकटापुर भी कहते हैं। | *इस कारण कीर्तिपुर नगर को नकटापुर भी कहते हैं। | ||
*आज कीर्तिपुर एक कस्बा मात्र रह गया है। | *आज कीर्तिपुर एक कस्बा मात्र रह गया है। | ||
*कीर्तिपुर के कई दर्शनीय प्राचीन अवशेष हैं। | *कीर्तिपुर के कई दर्शनीय प्राचीन अवशेष हैं। | ||
*उनमें एक | *उनमें एक 1513 ई. का बना बाघ भैरव का मंदिर और 1६६5 ई. में शेरिस्ताँ नेवार का बनवाया हुआ गणेश मंदिर उल्लेख हैं। | ||
*कीर्तिपुर में चिलनदेव नामक एक बौद्ध मंदिर भी है। | *कीर्तिपुर में चिलनदेव नामक एक बौद्ध मंदिर भी है। | ||
०७:३५, १८ अगस्त २०११ का अवतरण
- कीर्तिपुर नेपाल में पाटन से तीन मील पश्चिम एक गोलाकार पर्वत पर स्थित प्राचीन नगर।
- कीर्तिपुर चारों ओर मजबूत प्राचीर से घिरा हुआ है।
- कीर्तिपुर मूलत: नेवार राजवंश की राजधानी था।
- कीर्तिपुर 1७६5 ई. में गोरखा नरेश पृथ्वीनारायण देव ने नरेश को हराकर इस नगर पर अधिकार कर लिया और पराजित नेवार जाति के सभी स्त्री-पुरुषों की नाकें काट डाली गयीं।
- इस कारण कीर्तिपुर नगर को नकटापुर भी कहते हैं।
- आज कीर्तिपुर एक कस्बा मात्र रह गया है।
- कीर्तिपुर के कई दर्शनीय प्राचीन अवशेष हैं।
- उनमें एक 1513 ई. का बना बाघ भैरव का मंदिर और 1६६5 ई. में शेरिस्ताँ नेवार का बनवाया हुआ गणेश मंदिर उल्लेख हैं।
- कीर्तिपुर में चिलनदेव नामक एक बौद्ध मंदिर भी है।