"नथेनियल जॉर्डन": अवतरणों में अंतर
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नथेनियल जॉर्डन का जन्म 10 अगस्त, 1873 को उत्तर प्रदेश के बरेली नगर में हुआ था। | नथेनियल जॉर्डन का जन्म 10 अगस्त, 1873 को उत्तर प्रदेश के बरेली नगर में हुआ था। | ||
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* उन्होंने 1898 में कैनिंग कालेज, लखनऊ से एम.ए. किया। | * उन्होंने 1898 में कैनिंग कालेज, लखनऊ से एम.ए. किया। | ||
* कुछ दिन तक लखनऊ क्रिश्चियन कालेज में अंग्रेजी के अध्यापक रहने के बाद फरवरी, 1900 में उनकी नियुक्ति पार्कर हाई स्कूल, मुरादाबाद में हुई। | * कुछ दिन तक लखनऊ क्रिश्चियन कालेज में अंग्रेजी के अध्यापक रहने के बाद फरवरी, 1900 में उनकी नियुक्ति पार्कर हाई स्कूल, मुरादाबाद में हुई। | ||
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०५:४४, १ अगस्त २०१५ का अवतरण
जन्म
नथेनियल जॉर्डन का जन्म 10 अगस्त, 1873 को उत्तर प्रदेश के बरेली नगर में हुआ था।
जीवन-परिचय
- उन्होंने 1898 में कैनिंग कालेज, लखनऊ से एम.ए. किया।
- कुछ दिन तक लखनऊ क्रिश्चियन कालेज में अंग्रेजी के अध्यापक रहने के बाद फरवरी, 1900 में उनकी नियुक्ति पार्कर हाई स्कूल, मुरादाबाद में हुई।
- यहाँ वे 1926 तक तथा फिर 1931 से 1938 तक रे। पार्कर हाई स्कूल को उच्च कोटि का विद्यालय बनाने का श्रेय जार्डन साहब को ही है।
- 1908 में वह मेथोडिस्ट मिशन की जनरल कॉनफ्रेंस में सम्मिलित होने के लिए अमरीका गए। वहाँ उन्होंने कई भाषण दिए। समस्त संसार के प्रतिनिध उन्हें सुनकर और यह जानकर बड़े चकित हुए कि एक भारतीय भी अंग्रेजी में इतनी अच्छी योग्यता रखता है! जॉर्डन साहब को अंग्रेजी, फारसी और भारतीय भाषाओं में अच्छी योग्यता प्राप्त थी।
- जॉर्डन साहब 'नेशनल मिशनरी सोसाइटी' के जनरल सेक्रेटरी भी थे। यह कार्य उन्होंने बड़ी अच्छी तरह किया। वह बाइबिल, गीता तथ रामायण और कुरान शरीफ के कुशल ज्ञाता थे। हर जाति के लोग उनको अपनी सभाओं में बुलाते थे और वे बड़े चाव से सम्मिलित होते थे। वे किसी धर्म की आलोचना नहीं करते थे। वे प्रत्येक मनुष्य को प्रेम की दृष्टि से देखते ये।
मृत्यु
11 अक्टूबर, 1952 को उनकी मृत्यु हुई।
टीका टिप्पणी और संदर्भ