"एगर": अवतरणों में अंतर

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
(' {{लेख सूचना |पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |पृष्ठ ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति १: पंक्ति १:
{{भारतकोश पर बने लेख}}
  {{लेख सूचना
  {{लेख सूचना
|पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2
|पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2

०५:३६, १३ जुलाई २०१८ के समय का अवतरण

चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
लेख सूचना
एगर
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2
पृष्ठ संख्या 234
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक श्यामसुंदर शर्मा

एगर मध्य यूरोप में स्थित दो नगरों का नाम है। (1) इनमें से एक तो उत्तर-मध्य हंगरी में है। यह एरलौ के नाम से भी प्रसिद्ध है। बुडापेस्ट से 90 मील उत्तर-पूर्व, तिसौ की सहायक एगर नदी के किनारे, अ. 47रू 54व् उ. तथा दे. 20 रू 23 व् पू. पर यह नगर स्थित है। अंगूरों से प्रसिद्ध लाल मदिरा यहाँ बनाई जाती है। आसपास के प्रदेश में यहाँ अंगूर बोए जाते हैं। नगर की उत्पादित वस्तुओं में ऊनी वस्त्र, लिनेन, पाट और सूत मिश्रित कपड़ा, तंबाकू, चमड़े की वस्तुएँ, साबुन तथा मोमबत्तियाँ हैं। नगर की आबादी सन्‌ 1970ई. में 45000 थीं सन्‌ 1569 ई. से लेकर 1687 ई. तक एगर तुर्को के अधीन रहा। [१]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. (2)एगर नाम का दूसरा नगर चेकोस्लोवाकिया के बोहीमिया राज्य में है (स्थिति अ. 50रू 23व् उ. तथा दे. 13रू 15व् पू.) यह चेक भाषा में चेब भी कहलाता है।