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एरफूर्ट
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 247 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | लेखराज सिंह |
एरफूर्ट पूर्वी जर्मनी के सैक्सनी राज्य का एक प्राचीन नगर है। यह गेरा नदी के किनारे वाइमार से पश्चिम में लगभग 13 मील दूर थ्यूरिंजिया बेसिन के हृदयस्थल में स्थित है। जनश्रुति के अनुसार एर्पस नामक व्यक्ति ने छठी शताब्दी में इसका शिलान्यास किया था। इसी कारण यह मध्यकाल में एर्पसफ़ूर्ट तथा एरफ़ोर्द के नाम से प्रख्यात था। जो भी हो, 15वीं तथा 16वीं शताब्दी में यह उन्नतिशील व्यापारिक तथा औद्योगिक केंद्र था। सन् 1378 ई. में यहाँ एक विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी जिसके फलस्वरूप एरफ़ूर्ट जर्मनी का सबसे प्रसिद्ध नगर बन गया, परंतु सन् 1816 ई. में इस विश्वविद्यालय का विघटन कर दिया गया जिससे नगर की प्रतिष्ठा को बड़ी ठेस लगी। हाल में यहाँ व्यापार तथा उद्योग की उन्नति हुई है। आजकल एरफ़ूर्ट अपने फूलों के पौधों तथा बीजों के लिए विश्वविख्यात है। यहाँ पॉटर्सबर्ग तथा सरियाक्सबर्ग नामक दो ऐतिहासिक दुर्ग हैं। यहाँ का बड़ा गिरजाघर (कैथीड्रल) मध्यकालीन इतिहास की चिरस्मृति के रूप में आज भी वर्तमान है। इसकी जनंसख्या सन् 1969 में 12,55,822 थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ