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*कृपाराम पंद्रहवीं शती के उत्तरार्ध के एक प्रख्यात गणितज्ञ। | *कृपाराम पंद्रहवीं शती के उत्तरार्ध के एक प्रख्यात गणितज्ञ। | ||
*उन्होंने बीजगणित, मकरंद, यंत्रचिंतामणि, सर्वार्थ चिंतामणि, पंचपक्षी, मुहर्ततत्व नामक टीका ग्रंथ प्रस्तुत किए थे। | *उन्होंने बीजगणित, मकरंद, यंत्रचिंतामणि, सर्वार्थ चिंतामणि, पंचपक्षी, मुहर्ततत्व नामक टीका ग्रंथ प्रस्तुत किए थे। |
१२:४६, ९ अप्रैल २०१४ के समय का अवतरण
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- कृपाराम पंद्रहवीं शती के उत्तरार्ध के एक प्रख्यात गणितज्ञ।
- उन्होंने बीजगणित, मकरंद, यंत्रचिंतामणि, सर्वार्थ चिंतामणि, पंचपक्षी, मुहर्ततत्व नामक टीका ग्रंथ प्रस्तुत किए थे।
- वास्तुचंद्रिका नामक एक मौलिक ग्रंथ भी उन्होंने लिखा था।
- हिंदी काव्यशास्त्र के प्रथम लेखक जो सोलहवीं शती के पूर्वार्द्ध में हुए थे।
- इनकी एकमात्र ज्ञात रचना हिततरंगिणी है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ