"कीर्तिवर्मा चंदेल": अवतरणों में अंतर
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*कीर्तिवर्मा के पूर्व चंदेलों की राजनीतिक संप्रभुता चली गई थी, उन्हें कलचुरि शासक लक्ष्मीकरण के आक्रमणों के सामने अपमानित होना पड़ा था। | *कीर्तिवर्मा के पूर्व चंदेलों की राजनीतिक संप्रभुता चली गई थी, उन्हें कलचुरि शासक लक्ष्मीकरण के आक्रमणों के सामने अपमानित होना पड़ा था। | ||
*कीर्तिवर्मा ने अपने सामंत गोपाल की सहायता से लक्ष्मीकर्ण को हराया। | *कीर्तिवर्मा ने अपने सामंत गोपाल की सहायता से लक्ष्मीकर्ण को हराया। |
१०:०५, १२ अगस्त २०११ का अवतरण
- कीर्तिवर्मा (चंदेल) कालंजर का नरेश देववर्मा का छोटा भाई और विजयपाल का पुत्र जिसने 1०६० से 11०० ई. तक शासन किया।
- कीर्तिवर्मा के पूर्व चंदेलों की राजनीतिक संप्रभुता चली गई थी, उन्हें कलचुरि शासक लक्ष्मीकरण के आक्रमणों के सामने अपमानित होना पड़ा था।
- कीर्तिवर्मा ने अपने सामंत गोपाल की सहायता से लक्ष्मीकर्ण को हराया।
- कृष्ण मिश्र रचित प्रबोधचंदोदय नामक संस्कृत नाटक में चेदिराज के विरुद्ध गोपाल के युद्धों और विजयों का उल्लेख है।
- उसमें कहा गया है कि गोपाल ने नृपतितिलक कीर्तिवर्मा को पृथ्वी के साम्राज्य का स्वामी बनाया तथा उनके दिग्विजयव्यापार में शामिल हुआ।
- चंदेलों के अभिलेखों से भी लक्ष्मीकर्ण के विरुद्ध कीर्तिवर्मा की विजयों की जानकारी प्राप्त होती हैं।
- किंतु दोनों के बीच हुए युद्ध का ठीक-ठीक समय निश्चित नहीं किया जा सका है।