"जेरेबोआम द्वितीय": अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "३" to "3") |
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "४" to "4") |
||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
*जेरोबोआम द्वितीय (७८3- | *जेरोबोआम द्वितीय (७८3-७43 ई. पू.) इसराएल के 13वें राजा थे। | ||
*जेरेबोआम द्वितीय कुशल शासक थे। | *जेरेबोआम द्वितीय कुशल शासक थे। | ||
*जेरेबोआम द्वितीय के राज्यकाल में जब निकटवर्ती राज्य दमिश्क तथा असीरिया निर्बल थे इसराएल की बड़ी उन्नति हुई। | *जेरेबोआम द्वितीय के राज्यकाल में जब निकटवर्ती राज्य दमिश्क तथा असीरिया निर्बल थे इसराएल की बड़ी उन्नति हुई। |
०७:३३, १८ अगस्त २०११ का अवतरण
- जेरोबोआम द्वितीय (७८3-७43 ई. पू.) इसराएल के 13वें राजा थे।
- जेरेबोआम द्वितीय कुशल शासक थे।
- जेरेबोआम द्वितीय के राज्यकाल में जब निकटवर्ती राज्य दमिश्क तथा असीरिया निर्बल थे इसराएल की बड़ी उन्नति हुई।
- समृद्धि के कारण समाज में उच्च नीच का भेद भाव बढ़ने लगा; इसके विरोध में होशेआ तथा आमोस नामक नदियों ने आवाज उठाकर सिखलाया कि सभी यहूदियों को एक दूसरे को ईश्वर की संतान के रूप में देखना चाहिए।