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अमरचंद
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 188 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. कैलाशचन्द्र शर्मा |
अमर अथवा अमरचंद नाम के कई व्यक्तियों के उल्लेख प्राप्य हैं-
- परिमल नामक संस्कृत व्याकरण के रचयिता।
- वायड़गच्छीय जिनदत्त सूरि के शिष्य। इन्होंने कलाकलाप, काव्य-कल्पलता-वृत्ति, छंदोरत्नावली, बालभारत आदि संस्कृत ग्रंथों का प्रणयन किया।
- विवेकविलास के रचयिता। ईसा की १३वीं शताब्दी में यह विद्यमान थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ