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अमलापुरम
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 204 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्री कशीनाथ सिंह |
अमलापुरम् आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में सेंट्रल डेल्टा सिस्टम कीे प्रमुख नहर पर, राजमुंद्री से 38 मील दक्षिण पूर्व स्थित, इसी नाम के तालु के का प्रमुख केंद्र है (स्थिति: 16° 34¢ उ.अ., 82° 1¢ पू.दे.)। किंवदंतियों के अनुसार यह नगरी पांडवों के श्वसुर पांचालनरेश की राजधानी थी। सीमांत पर स्थित होने के कारण इसका दूसरा नाम कोण सीमा भी था। यहाँ वेंकटस्वामी तथा सुब्बारायडू (नागराज) के दो प्रसिद्ध हिंदू मंदिर हैं। यहाँ लकड़ी का गोदाम, चावल की मिलें और कपड़ा बुनने, काष्ठशिल्प तथा शीशे एवं चाँदी के बर्तन बनाने के उद्योग हैं। यहाँ ताल्लुके के प्रशासनिक कार्यालय तथा प्रथम श्रेणी का महाविद्यालय भी है। पंचायत नगर का प्रशासन करती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ