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ऐरागुए
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 281 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्यामसुंदर शर्मा |
ऐरागुए अथवा ऐरागुइया, ब्राज़ील में बहनेवाली एक नदी है जो टोकांटिंस की प्रमुख शाखा है। इसका उद्गम स्थल सेयरा दो कयापो है, जहाँ यह रीयो ग्रैंड के नाम से प्रसिद्ध है। उत्तर से पूर्व की ओर बहती हुई साओं जोआओ दो ऐरागुया, अथवा साओ जोआओ दुआस बारास नामक स्थान पर यह टोकांटिंस से मिल जाती है। इसका ऊपरी भाग गोयाज तथा माटो ग्रोसो की सीमा बनाता है। नदी लगभग 130 20' दक्षिणी अक्षांस पर दो भागों में विभाजित होकर एक बड़ा द्वीप, सांटो एन्ना अथवा बनानाल बनाती है; फिर कुछ आगे बढ़कर 100 30' दक्षिणी अक्षांस पर ये दोनों भाग मिल जाते हैं।
यह नदी 1,080 मी. तक बहती है। इसके कुछ भाग छोटे जहाजों, स्टीमरो के यातायात योग्य हैं, किंतु सांटो एन्ना द्वीप के नीचे झरनों एवं नदी में उभरी हुई चट्टानों के कारण यह यातायात के अयोग्य है। इस नदी को खोज निकालने का श्रेय हेनरी कोनड्रो (1897) को है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ