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ऐरिज़ोना
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 281 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्यामसुंदर शर्मा |
ऐरिज़ोना संयुक्त राज्य, अमरीका का एक प्रमुख राज्य है। इसका क्षेत्रफल 1,13,909 वर्गमील है। इनके उत्तर में ऊटा, दक्षिण में मेक्सिको, पूर्व में न्यू मेक्सिको और पश्चिम में कॉलोरैडो नदी है। इसके दो प्राकृतिक विभाग हैं : (1) कॉलोरैडो की उपत्यका, (2) दक्षिण का पर्वत और घाटी का भाग। विल्सन पर्वत और सैन फ्ऱांसिसको नदी को एक रेखा से मिलावें तो उसके उत्तर में कॉलोरैडो उपत्यका और दक्षिण के पर्वत तथा घाटी के भाग पड़ेंगे। कॉलोरैडो उपत्यका प्राय: चट्टानों के संक्षितिज स्तरों का क्षेत्र है। इनमें गहरे प्रपाती खड्ड हैं। इसकी गहराई कहीं-कहीं एक मील से भी अधिक है। सैन फ़ांसिस्को उपत्यका का एक भाग लावा और ज्वालामुखी के शंकुओं से बना हुआ है। सैन फ्ऱांसिस्को पर्वत की ऊँचाई 12,700 फुट है। होलब्रुक के दक्षिण पूर्व के भूभाग में कई ज्वालामुखीय आकृतियाँ मिलती हैं। अन्य क्षेत्रों में कार्बनप्रद, रक्ताश्म, महासरट और खटीयुत युगों की चट्टानें उभरी हुई हैं। सुदीर्घ कगार (एस्कार्पमेंट) तो यहाँ देखते ही बनता है। दूसरे प्राकृतिक विभाग में दक्षिण पश्चिम में पर्वत बहुत ही कम हैं और जमीन भी कुछ नीची है जिसे सोनोरा की मरुभूमि कहते हैं।
जलवायु और वनस्पति –कॉलोरैडो नदी के दक्षिण-पूर्व में ऊँची उपत्यका पर 20´´ से भी अधिक वर्षा होती है। पश्चिम में राज्य के बृहत् खंड में 10´´ से कम और सुदूर दक्षिण-पश्चिम में 5´´ दिनों से भी अधिक हिमवृष्टि होती है। अन्य क्षेत्रों में इसका कुछ भी अनुभव नहीं होता है। दक्षिण में वर्षा का कोई क्रम नहीं है, परंतु कुछ भागों में गर्मी में अधिक वर्षा होती है। दक्षिण-पश्चिम के बृहत भाग में 80रू फा. से भी अधिक तापमान रहता है। जाड़े में दक्षिण-पश्चिम में तापमान 50° फा. से भी अधिक, परंतु उत्तरी पर्वतीय इलाके में 30° फा. से भी कम रहता है। शुष्क दक्षिण-पश्चिमी भाग में कँटीली झाड़ियाँ और मरुस्थलीय घास के मैदान मिलते हैं। इस भाग में कैक्टस, चोल्ला और झड़बेर, उपत्यका में पाइनोन तथा जुनीपर और पश्चिमी भाग में पीत पाइन के वृक्ष मिलते हैं, जिनसे प्रसिद्ध, व्यावसायिक तथा इमारती लकड़ियाँ उपलब्ध होती हैं।
कृषि –राज्य के बहुत थोड़े भाग में खेती होती है। चरागाह के बृहत क्षेत्र मिलते हैं। गिरिपीठ भाग में और 3,000 से 6,000 फुट की ऊँचाई पर मूल्यवान चरागाह मिलते हैं। ऊँचे भूभाग में ग्रीष्मकालीन चरागाह हैं। पशुओं में गाय, बैल, भैंस आदि की अपेक्षा भेड़ें कम पाली जाती हैं। भेड़ों की संख्या मध्यभाग में अधिक है।
खेती वाली भूमि कुएँ या नदियों से सींची जाती है। ऐसे बृहत क्षेत्र सॉल्ट और गीली नादियों की घाटी में हैं। ऐसी भूमि पर अल्फ़ा अल्फ़ा पैदा घास कर दुग्धशालाएँ चलाई जाती हैं। कपास, यवनाल (सोरघम), मकई, और गेहूँ आदि अन्न उपजाए जाते हैं। संतरे और अंगूर के उद्यान भी मिलते हैं।
खानों से ताँबा, सीसा, जस्ता, चाँदी और सोना निकाले जाते हैं। ये खनिज द्रव्य बिस्बी, ग्लोब, मियामी, जेरोम, मोरेंकी, मेटकाफ़ जिलों में मिलते हैं। मैमोथ में मालिब्डेनम पाया जाता है। नेवादा की सीमा पर कॉलोरैडो नदी पर बोल्डर बाँध बनाकर जलविद्युत् उत्पन्न की जाती है। इससे युद्ध के सामान बनाने के कारखानों का विकास हुआ है।
सन् 1970 ई. में जनसंख्या 13,02,161 थी। आबादी में गोरे अमरीकन और मेक्सिकन हैं। इस राज्य की राजधानी फ़ीनिकस है। सन् 1970 ई. में इस नगर की पूरी आबादी 5,81,562 थी। टेक्सैन दूसरा प्रसिद्ध नगर है। (जनसंख्या 2,62,933–सन् 1970 में)।
ताँबा गलाना और साफ करना प्रधान औद्योगिक धंधा है। इमारती लकड़ियों का भी कारोबार होता है। कपास के बिनौले से कई प्रकार की चीजें तैयार की जाती हैं। मांस डब्बों में बंद कर बाहर भेजा जाता है। नवाहों और मौकी इंडियन लोग ऊनी कंबल बनुते हैं और पिमा जाति के लोग टोकरियाँ बनाते हैं।
संक्षिप्त इतिहास–सन् 1846-48 ई. की लड़ाई में यह मेक्सिको से छीन लिया गया और न्यू मेक्सिको राज्य में मिला दिया गया था। सन् 1862 ई. में सोने की खान का पता चलने पर इसे अलग राज्य बनाने के आंदोलन ने जोर पकड़ा। सन् 1912 ई में यह संयुक्त राज्य, अमरीका का 48वाँ राज्य बना।
टीका टिप्पणी और संदर्भ