"कार्ल जोनास लुडविग आल्मक्विस्ट": अवतरणों में अंतर
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कार्ल जोनास लुडविग आल्मक्विस्ट
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 450 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्रीमती सरोजिनी चतुर्वेदी |
आल्मक्विस्ट, कार्ल जोनास लुडविग (1793-1866) स्वीडन के लेखक। पहला उपन्यास गुलाब का काँटा 1832-35 में प्रकाशित हुआ जिससे ख्याति फैल गई। इन्होंने कविता, उपन्यास, लेख, भाषण, मीमांसा आदि अनेक विषयों पर लेखनी चलाई और सभी में सफल हुए। अपनी सर्वतोमुखी प्रतिभा और उत्कृष्ट शैली के कारण ये स्वीडन के पहले लेखक कहे जाते हैं। इनका जीवन आस्थिर बीता; एक के बाद एक अनेक नौकरियां छोड़ी, बाद में लेखक हुए।
1851 में जालसाजी और हत्या के अभियोग से बचने के लिए स्वीडन से भाग गए। बहुत दिनों तक कुछ भी पता न लगा, पर लोगों का विश्वास है कि वह अमरीका चले गए और वहीं पर बस गए।
टीका टिप्पणी और संदर्भ