अथाबस्कन भाषा
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अथाबस्कन भाषा
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 94,95 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1973 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्यामाचरण दुबे। |
अथाबस्कन भाषा अथाबस्कन (डेने, टिन्नेह अथवा अथापस्कन), उत्तर अमरीकी इंडियन समूहों का एक विशाल भाषा परिवार है। इस महादेश की इंडियन भाषाओं में अथाबस्कन परिवार की भाषाओं का प्रचार सबसे अधिक है। यह उत्तर पश्चिमी कनाडा, अलास्का, प्रशांत महासागर-तट के कतिपय भागों, न्यू मेक्सिको, एरीज़ोना और टेक्सास के इंडियन समूहों में प्रचलित है।
यह भाषा परिवार संभवत चीनी-तिब्बती (साइनिटिक) शाखा से संबंधित है। इस परिवार को विभिन्न उपभाषाओं में अनेक मूलत समानताएँ दृष्टिगत होती हैं। अथाबस्कन भाषा इंडियन समूहों में सामान्यत अपने क्षेत्र के अन्य परिवारों की भाषाएँ बोलने वाले इंडियन समूहों की संस्कृति अपना ली गई है, परंतु अन्य संस्कृतियों के स्वीकरण के बाद भी उनकी अपनी भाषा के स्वरूप में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं हुआ। अथाबस्कन परिवार की भाषाएँ बोलने वाले इंडियन समूहों में भाषा के अतिरिक्त संस्कृति के अनाय पक्षों में बड़ा अंतर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
सं. ग्र:- मेंडलबाम, डेविच जी (संपादक): सेलेक्टेड राइटिंग्ज ऑव एडवर्ड सेपिर इन लैंग्वेज, कल्चर ऐंड पर्सनालिटी, बर्कले, यूनिवर्सिटी ऑव कैलिफ़र्निया प्रेस, 1949, पृष्ठ 169-178।