उत्तरी सागर

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उत्तरी सागर पूरब में यूरोप महाद्वीप और पश्चिम में ग्रेट ब्रिटेन से घिरा हुआ है। इकोसिना (1921) के अनुसार इसकी गहराई और क्षेत्रफल क्रमानुसार 308 फुट और 2,22,000 वर्ग मील हैं। इस प्रकार यह एक उथला सागर है। इसका नितल उस महाद्वीपीय निधाय[१] का एक भाग है, जिसके ऊपर ब्रिटिश द्वीप समूह स्थित है। इस निधाय का ढाल (प्रवणता) उत्तर से दक्षिण तक प्राय: एक समान है।

  • डॉगर बैंक्स नामक समुद्र में निमग्न बालू का मैदान उत्तरी सागर के मध्य में स्थित है।
  • इंग्लैंड के समुद्र तट के समीप इस सागर की गहराई 65 फुट है, जो पूर्व की और बढ़कर 130 फुट हो जाती है। इस सागर की सामान्य लवणता 34 से 35 प्रति सहस्र है।
मछलियाँ

उत्तरी सागर सूक्ष्म जीवों और पौधों के मामले में विशेष रूप से धनी है। इसलिए मछलियाँ इधर प्रचुर मात्रा में, अपने भोजन की खोज में, आकर्षित होती है। फलत: उत्तरी सागर विश्व का एक महत्वपूर्ण मत्स्य उत्पादक क्षेत्र है। मत्स्य के प्राप्ति स्थानों में डॉगर बैंक्स शीतकाल में और महाद्वीपीय समुद्र तट के समीप स्थित उथले समुद्र ग्रीष्म काल में प्रमुख हैं। पकड़ी जाने वाली मछलियों में हेरिंग का अनुपात सबसे अधिक रहता है; इसके बाद क्रमानुसार हैडक, कॉड, प्लेस, ह्वाइटिंग, मैकेरल इत्यादि आती हैं।[२]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. कांटिनेंटल शेल्फ
  2. राधिका नारायण माथुर, हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2, पृष्ठ संख्या 81