ओपावा

अद्‌भुत भारत की खोज
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित १०:०५, २० जुलाई २०१८ का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
लेख सूचना
ओपावा
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2
पृष्ठ संख्या 298
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक विनोदचंद्र मिश्र

ओपावा चेकोस्लोवाकिया के विस्तृत मैदान के मध्य भाग में ओडर नदी की ओपावा नामक सहायक नदी पर स्थित नगर है। इस शब्द का निर्माण जर्मन शब्द ट्रौपाव से हुआ है। 13वीं शताब्दी में पुराना नगर बसाया गया था। यह नगर उद्यानों से घिरा हुआ है जिसके बाहर की ओर नया नगर बसा है। इस नगर में अनेक उद्योग धंधे विकसित हैं, जैसे मदिरा, चीनी तथा औद्योगिक यंत्र इत्यादि बनाना। सन्‌ 1968 ई. में इसकी जनसंख्या 46000 थी, जिसमें अधिकांशत: जर्मन थे। सन्‌ 1938 ई. में म्यूनिख़ समझौते के उपरात यह जर्मनी को मिल गया था परंतु 1945 ई. में यह नगर चेकोस्लोवाकिया को मिल गया।


टीका टिप्पणी और संदर्भ