कूरासाओ

अद्‌भुत भारत की खोज
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित ११:०७, १३ अप्रैल २०१४ का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

कूरासाओ कैरीबियन सागर में वेनीजुइला तट से लगभग ५० मील उत्तर स्थित पश्चिमी द्वीपपुंज का एक द्वीप। हालैंड के अधीनस्थ इस क्षेत्र के छह द्वीपों में यह सबसे बड़ा है इस द्वीप की खोज १४९९ ई. में होजेदा ने की थी। इसकी लंबाई लगभग ३५ मील तथा चौड़ाई छह मील है। इसका क्षेत्रफल ४४३ वर्ग किलोमीटर है। इसके चारों ओर मूंगे की चट्टान मिलती है यहाँ १५' से २०' तक वर्षा होती है। वर्षा की कमी के कारण घाटियों में केवल मक्का, दलहन एवं सेम की खेती होती है। इस द्वीप का प्रमुख उद्योग पेट्रोल शुद्ध करना है जिसमें लगभग ३० से ४० प्रतिशत जनसंख्या लगी है। कच्चा तेल वेनीजुइला के माराकाबो क्षेत्र से आयात किया जाता है। कूरासाओ नामक लाक्षारस का निर्माण सर्वप्रथम यहीं हुआ जो संतरे के छिलके से तैयार किया जाता था। कूरासाओ का मुख्य निर्यात शुद्ध पेट्रौल (सन्‌ १९५७ में १६, ४५७, ९६० किलोग्राम), नमक तथा फास्फेट है। विलेमस्टैड इसकी राजधानी है। सेंट अन्ना (St. Anna) का प्रसिद्ध प्राकृतिक पत्तन इसके दक्षिण पश्चिम तट पर है ।

टीका टिप्पणी और संदर्भ