मैकांग नदी
मैकांग नदी
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 9 |
पृष्ठ संख्या | 406 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
लेखक | दीवेंद्रनाथ बनर्जी |
संपादक | फूलदेवसहाय वर्मा |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1967 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
'मैकांग नदी' दक्षिण पूर्वी एशिया की एक सबसे बड़ी नदी है। इसकी लंबाई 2800 मील है। यह तिब्बत की पहाड़ियों से निकलती है। और थाईलैंड एवं बर्मा की अंतराष्ट्रिय सीमा रेखा बनाती हुई बहती है। दक्षिणी भाग में यह नदी कंबोडिया, लाल चीन में होती हुई विशाल डेल्टा बनाकर दक्षिणी चीन सागर में विलुप्त हो जाती है। पहाड़ी भाग में कई कैनियन[१] तथा जलप्रपात पाए जाते हैं, जो जलयात्रा के लिए बाधक हैं। मैदानी भाग में समुद्र से 390 मील तक इसमें जलयात्रा की जा सकती है। इस नदी का सबंध टॉनले सैप[२] झील से है, जो बाढ़ के समय में इसे बाढ़ से बचाती है। इस नदी के डेल्टाई क्षेत्र में दुनिया की उपज का अधिकांश धान पैदा किया जाता है।
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