आसफ खाँ

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लेख सूचना
आसफ खाँ
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 461
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक श्री कैलाशचंद्र शर्मा

आसफ खाँ चतुर्थ आक़ा मुल्लांद के पुत्र और आसफ खाँ जफरबेग के चाचा। शहंशाह अकबर के शासनकाल में यह 'बख्शी' पद पर नियुक्त हुए। सन्‌ 157३ ई. में इन्होंने गुजरात पर विजय प्राप्त की जिसके उपलक्ष्य में इन्हें 'अब्बास खाँ' की उपाधि से विभूषित किया गया। 1581 ई. में इनका देहावसान हो गया।


आसफ खाँ तृतीय नूरजहाँ के भाई और वज़ीर एतमादउद्दौला के पुत्र। इनका असल नाम अब्दुल हसन था और 'आसफ खां' के अतिरिक्त इन्हें 'एतकाद खाँ' तथा 'अमीनुद्दौला' इत्यादि उपाधियां भी मिली थीं। सन्‌ 1621 में एतमादउद्दौला के मरने पर शहंशाह जहाँगीर ने आसफ खाँ को वजीर नियुक्त किया। इनकी पुत्री बेगम अर्जमंद बानो या मुमताज महल का विवाह शाहजहाँ से हुआ था। इनके शाइस्ता खाँ, मिर्जा मसीह, मिर्जा हुसेन तथा शाहनवाज खाँ नाम से चार पुत्र थे। सन्‌ 16४1 ई. में आसफ खाँ की मृत्यु हो गई और इन्हें लाहौर के समीप रावीतट पर दफना दिया गया।


टीका टिप्पणी और संदर्भ