अफार
अफार
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 155 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1973 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | नरेंद्र लाल। |
अफार अफ्रीका अफ्रीका में हैमितिक वंश की एक जाती है जो अतिसीनिया तथा समुद्र के बीच के शुष्क भूभाग में निवास करती है। ये लोग गैला तथा सोमाली जाती की प्रकृति से बहुत मिलते-जुलते हैं। इनके दो समूह हैं---एक वह जाए पशुपालकों का जीवन व्यतीत करता है तथा दूसरा वह जो समुद्र के किनारे निवास करता है। इन लोगों का मुख्य धर्म वृक्ष-पूजा है; ये नाममात्र के लिए मुसलमान हैं। इनकी नाक सँकरी तथा सीधी, ओठ पतले, ठुड्डी छोटी तथा नुकीली होती है। ये सरलतम वस्त्र के अतिरिक्त अन्य कोई वस्त्र नहीं जारण करते।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ