इनेसिदेमस
इनेसिदेमस
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 527 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | भोलानाथ शर्मा |
इनेसिदेमस एक यूनानी दार्शनिक जिसका जन्म शायद ई.पू. प्रथम शताब्दी में क्नोसस में हुआ था। इसका दृष्टिकोण संदेहवादी था। वह सत्य और कार्य-कारण-भाव में विश्वास नहीं करता था। जीवधारियों के प्रत्यक्षों की सापेक्षिकता के कारण सत्य का स्वरूप निरपेक्ष नहीं हो सकता। यही बात कारण के संबंध में भी लागू होती है। फिर कार्य और कारण का संबंध भी अचिंत्य है। इनेसिदेमस की युक्तियाँ आधुनिक संदेहवादियों की युक्तियों के साथ विलक्षण समानता रखती हैं। दियोगेनेस लीएर्तियस् की 'दार्शनिकों के जीवनचरित' नामक पुस्तक में उसकी चार रचनाओं के नाम मिलते हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ